टीम इंडिया ने एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में कुल 77 बार 300 या अधिक रनों का आंकड़ा पार किया है, और उनमें से 62 मैचों में जीत हासिल की है... 14 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, और इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच टाई रहा...
(सभी 77 पारियों से जुड़ी जानकारियां और आंकड़े नीचे तीन चित्रों में दिए गए हैं...)
सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक कुल 10 बार किसी टीम ने 400 या अधिक रन बनाए हैं, जिनमें सबसे ज़्यादा योगदान, यानि चार बार, टीम इंडिया का ही रहा है... उन चारों मैचों में भारतीय टीम को जीत का स्वाद चखने को मिला... वैसे, इन चारों मैचों में भारतीय टीम ने यह स्कोर पहली पारी में बनाया...
वैसे, भारतीय बल्लेबाजों ने 300 या अधिक का आंकड़ा अधिकतर, यानि 56 मौकों पर पहले बल्लेबाजी करते हुए पार किया, लेकिन 21 मौकों पर उन्होंने यह कमाल दूसरी पारी में लक्ष्य का पीछा करते हुए दिखाया, और 15 बार जीत भी हासिल की... ऐसे छह मौकों पर 300 का आंकड़ा पार करने के बावजूद टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा...
सो, यह तो हम पढ़ ही चुके हैं कि कुल मिलाकर भारतीय टीम ने 77 मौकों पर 300 का आंकड़ा छुआ, लेकिन यह जानना भी दिलचस्प है कि इन सभी 77 पारियों में से चार बार उन्होंने 400 या अधिक रन बनाए, चार ही बार 375 से 399 (दोनों संख्याएं शामिल) के बीच स्कोर रहा, 11 मौकों पर भारतीय टीम का स्कोरकार्ड 350 से 374 (दोनों संख्याएं शामिल) के बीच की संख्या दिखाता रहा, 17 अवसरों पर भारत ने 325 से 349 (दोनों संख्याएं शामिल) के बीच रन बनाए, और 41 बार टीम इंडिया का स्कोर 300 से 324 (दोनों संख्याएं शामिल) के बीच रहा...
(सभी 77 पारियों से जुड़ी जानकारियां और आंकड़े नीचे तीन चित्रों में दिए गए हैं...)
सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक कुल 10 बार किसी टीम ने 400 या अधिक रन बनाए हैं, जिनमें सबसे ज़्यादा योगदान, यानि चार बार, टीम इंडिया का ही रहा है... उन चारों मैचों में भारतीय टीम को जीत का स्वाद चखने को मिला... वैसे, इन चारों मैचों में भारतीय टीम ने यह स्कोर पहली पारी में बनाया...
वैसे, भारतीय बल्लेबाजों ने 300 या अधिक का आंकड़ा अधिकतर, यानि 56 मौकों पर पहले बल्लेबाजी करते हुए पार किया, लेकिन 21 मौकों पर उन्होंने यह कमाल दूसरी पारी में लक्ष्य का पीछा करते हुए दिखाया, और 15 बार जीत भी हासिल की... ऐसे छह मौकों पर 300 का आंकड़ा पार करने के बावजूद टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा...
पाकिस्तान के खिलाफ 12 बार
भारतीय टीम ने सबसे पहली बार (15 अप्रैल, 1996) 300 रन का आंकड़ा चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ शारजाह में छुआ था, और उस मैच में जीत हासिल की थी... वैसे, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कुल 12 बार 300 या अधिक रन बनाए हैं, जिनमें से सात मैचों में वे जीते, और पांच बार हारे... टीम इंडिया ने पाकिस्तान के विरुद्ध लक्ष्य का पीछा करते हुए 300 का आंकड़ा चार बार पार किया है, जिनमें से तीन मौकों पर उन्हें जीत मिली... पांकिस्तान के विरुद्ध तीन मौकों पर यह कारनामा घरेलू ज़मीन पर किया गया, और सिर्फ एक बार वे जीते, दो बार हारे... विदेशी ज़मीन पर छह मौकों पर उन्हें जीत मिली, और तीन बार हार का सामना करना पड़ा...
श्रीलंका के खिलाफ 16 बार
वैसे, सबसे ज़्यादा बार 300 का आंकड़ा टीम इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ पार किया, कुल 16 बार... इनमें से 14 मौकों पर भारतीयों ने पड़ोसी देश की टीम को पराजित किया, और सिर्फ दो बार हारे... पांच बार यह कारनामा दूसरी पारी में किया गया, जिनमें से चार बार टीम इंडिया जीती... टीम इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ 300 का आंकड़ा पांच बार घरेलू ज़मीन पर पार किया, और चार मौकों पर जीते... विदेशी ज़मीनों पर श्रीलंका के खिलाफ भारतीय आंकड़े ज़्यादा असरदार दिखते हैं... उन्होंने 300 का आंकड़ा 11 बार विदेशी धरती पर पार किया, और सिर्फ एक मैच हारे...
इंग्लैंड के खिलाफ 10 बार
इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने 10 बार 300 या अधिक रन बनाए, जिनमें चार बार यह स्कोर लक्ष्य का पीछा करते हुए बनाया गया... कुल मिलाकर सात मैचों में भारतीयों को जीत मिली, दो में हार, और एक मैच टाई रहा... इनमें से पांच मैच घरेलू मैदानों पर खेले गए थे, और पांच ही विदेशी ज़मीन पर... घरेलू मैदानों पर टीम इंडिया का एक मैच टाई रहा, तीन में वे जीते और एक में हारे, जबकि विदेशी धरती पर चार मैचों में जीत के मुकाबले उन्हें सिर्फ एक बार हार का सामना करना पड़ा...
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 10 बार
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी टीम इंडिया ने कुल 10 बार 300 या अधिक रन बनाए हैं, जिनमें से दो बार वे हारे, और आठ बार कंगारुओं को हराया... तीन बार यह आंकड़ा दूसरी पारी में लक्ष्य का पीछा करते हुए पार किया गया, जिनमें से एक मौके पर टीम इंडिया को हार झेलनी पड़ी... ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुल आठ बार घरेलू मैदानों पर भारत ने 300 या अधिक रन बनाए, जिनमें से दो बार वे हारे, और दो बार टीम इंडिया ने यह कारनामा विदेशी धरती पर किया, और दोनों मौकों पर जीते...
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच बार
दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ भारतीय टीम ने कुल पांच बार 300 का आंकड़ा छुआ, जिनमें से चार बार उन्हें जीत मिली... भारत ने तीन बार यह कारनामा घरेलू धरती पर किया, और एक बार हारे... विदेशी मैदानों पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया ने दो बार 300 या अधिक रन बनाए, और दोनों बार जीते... इन पांच में से दो मैचों में भारतीय टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए यह स्कोर बनाया, और एक बार जीते...
वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ सात बार
वेस्ट इंडीज़ के विरुद्ध भारतीय टीम ने यह कारनामा कुल सात बार किया है, जिनमें से सिर्फ एक बार उन्हें हार मिली... टीम इंडिया ने वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ तीन बार 300 का आंकड़ा विदेशी धरती पर छुआ, और एक बार हारे... शेष चारों बार उन्होंने घरेलू मैदानों पर 300 या अधिक रन बनाए, और हर बार जीते... घरेलू मैदान पर खेले गए इन चार मैचों में से एक में उन्होंने यह स्कोर दूसरी पारी में बनाया...
न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पांच बार
न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध भारत ने कुल पांच बार 300 का आंकड़ा छुआ, जिनमें से चार में उन्हें जीत मिली... कीवी टीम के खिलाफ यह कारनामा टीम इंडिया ने चार बार घरेलू मैदान पर किया, और एक बार हारे... न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध वे सिर्फ एक बार विदेशी धरती पर 300 का आंकड़ा पार करने में कामयाब रहे, और उस मैच में उन्हें जीत हासिल हुई... कीवियों के खिलाफ टीम इंडिया ने दो बार 300 या अधिक रन दूसरी पारी में बनाए, और एक बार जीते (ये दोनों मैच घरेलू मैदानों पर खेले गए थे)...
जिम्बाब्वे के खिलाफ पांच बार
जिम्बाब्वे के खिलाफ भी भारतीय टीम ने पांच बार 300 या अधिक रन बनाए हैं, और हर बार उन्हें जीत हासिल हुई है... वैसे, ज़िम्बाब्वे के खिलाफ टीम इंडिया ने हर बार यह कारनामा घरेलू मैदानों पर किया, और हर बार उन्होंने यह स्कोर पहली पारी में बनाया...
अन्य के खिलाफ सात बार
इनके अलावा दो-दो बार केन्या व बांग्लादेश, तथा एक-एक बार नामीबिया, बरमूडा व हांगकांग के खिलाफ भारतीय टीम ने 300 का आंकड़ा छुआ है... यह सातों मैच विदेशी मैदानों पर खेले गए, और हर बार भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ये स्कोर बनाया... इन सातों मैचों में टीम इंडिया को जीत हासिल हुई...सो, यह तो हम पढ़ ही चुके हैं कि कुल मिलाकर भारतीय टीम ने 77 मौकों पर 300 का आंकड़ा छुआ, लेकिन यह जानना भी दिलचस्प है कि इन सभी 77 पारियों में से चार बार उन्होंने 400 या अधिक रन बनाए, चार ही बार 375 से 399 (दोनों संख्याएं शामिल) के बीच स्कोर रहा, 11 मौकों पर भारतीय टीम का स्कोरकार्ड 350 से 374 (दोनों संख्याएं शामिल) के बीच की संख्या दिखाता रहा, 17 अवसरों पर भारत ने 325 से 349 (दोनों संख्याएं शामिल) के बीच रन बनाए, और 41 बार टीम इंडिया का स्कोर 300 से 324 (दोनों संख्याएं शामिल) के बीच रहा...
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